Samsung Galaxy Grand Neo


Hindi Newsनई दिल्ली। स्मार्टफोन के बाजार में पहले से ही कंपनियों के बीच काफी प्रतिस्पर्धा है। अब दक्षिण कोरियाई इलेक्ट्रानिक्स कंपनी सैमसंग अपना नया स्मार्टफोन सैमसंग गैलेक्सी ग्रैंड नियो को बाजार में उतारने की योजना बना ली है।
यह स्मार्टफोन 5 इंची डब्ल्यूवीजीए व 800 गुणा 480 पिक्सल रिज्योलूशन वाला डिसप्ले से लैस होगा। साथ ही इस 4.3 एंड्रायड पर आधारित स्मार्टफोन गैलेक्सी ग्रैंड नियो में 1.2 जीएचजेड क्वाडकोर ए7 प्रोसेसर है। मल्टीविंडो वाला यह स्मार्टफोन सॉफ्ट टच बैक के साथ आने वाला है।
ऐसा ही डिजाइन पहले भी गैलेक्सी नोट 3 व गैलेक्सी ग्रैंड 2 में देखा गया है। और ऐसा माना जा रहा है कि गैलेक्सी ग्रैंड 2 से इस नये स्मार्टफोन की खूबियां व डिजायन काफी मिलेंगी। कंपनी की साइट की माने तो इस फोन की कीमत गैलेक्सी ग्रैंड 2 से कम रखी जाएगी। इसके रैम, बैटरी, कैमरा और डुअल सिम के बारे में अभी साइट या कंपनी ने कोई खुलासा नहीं किया है।

Tanisha's expensive items are missing from luggage in big boss house

ये क्या! बिग बॉस के घर से तनीषा का कीमती सामान गायब?
मुंबई। टीवी रियलिटी शो बिग बॉस खत्म हो गया है, लेकिन शो किसी न किसी मुद्दे को लेकर चर्चा में बना रहता है। शो की रनर अप तनीषा मुखर्जी ने अब बिग बॉस के घर से अपने कुछ कीमती सामान गायब होने की बात कही है।
सूत्रों ने बताया कि तनीषा का आरोप है कि बिग बॉस के घर में उनके लगेज से कुछ कीमती सामान चोरी हो गया है। तनीषा का कहना है कि घर से बाहर निकलने के एक दिन बाद उन्हें पूरा सामान मिला है, उस पर से जब वे सामान देख रहीं थी, उसमें से कुछ कीमती सामान गायब थे। तनीषा ने इसे लेकर शो के निर्माता और कई अधिकारियों से पूछताछ भी की, लेकिन कोई कुछ बता नहीं पा रहा है।
तनीषा का पारा सातवें आसमान पर है। बताया जाता है कि गायब हुए सामान में अधिकतर कॉस्मेटिक्स आइटम थे। गौरतलब है कि भले ही बिग बॉस सीजन सात की विजेता गौहर खान बनीं लेकिन शो के दौरान सबसे ज्यादा सुर्खियां तनीषा ने बटोरी।

Politics over cremation of rape victim's body



Hindi Newsकोलकाता, जागरण ब्यूरो। सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता की शहर के अस्पताल में मौत के बाद वामपंथी दल और कोलकाता पुलिस उसका अंतिम संस्कार करने के मुद्दे पर उलझ गए। परिजनों ने पुलिस पर जबरन अंतिम संस्कार करने की कोशिश का आरोप लगाया। माकपा की सेंट्रल ट्रेड यूनियन सीटू द्वारा बुधवार को शोक रैली आयोजित करने के बाद शाम पांच बजे पीड़िता का नीमतल्ला श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। मूल रूप से बिहार के समस्तीपुर जिले की निवासी पीड़िता के पिता टैक्सी चालक हैं व सीटू से जुड़े हैं। सायंकाल परिजनों ने राज्यपाल एमके नारायण से मुलाकात करके सुरक्षा की मांग की।
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार देर रात शव को शवगृह में ले जाया जा रहा था। इसी दौरान बिना परिवार की अनुमति के पुलिस ने शव को अंतिम संस्कार के लिए ले लिया था। माकपा के राज्य सचिवालय के सदस्य रॉबिन देब ने बताया कि पुलिस ने बलपूर्वक शव लेकर नीमतल्ला शवदाह गृह में अंतिम संस्कार करने की कोशिश की। लेकिन पीड़िता का मृत्यु प्रमाणपत्र पिता के पास होने के कारण पुलिस ऐसा करने में विफल रही। इसके बाद वाम दलों के कार्यकर्ताओं ने विरोध जताकर पुलिस को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। हालांकि पुलिस ने इन आरोपों से इन्कार किया है। पुलिस मुख्यालय में संयुक्त आयुक्त राजीव मिश्रा ने कहा कि यह झूठा आरोप है। पुलिस ने पीड़िता के परिजनों से सलाह के मुताबिक काम किया।
अंतिम संस्कार से पहले युवती का शव सीटू मुख्यालय लाया गया। जहां वाममोर्चा के चेयरमैन बिमान बोस और वरिष्ठ माकपा नेता श्यामल चक्रवर्ती सहित अन्य कामरेडों ने शव पर फूल-माला चढ़ाई व उसके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। गौरतलब है कि 16 वर्षीया किशोरी के साथ पिछले साल अक्टूबर में दो बार दुष्कर्म हुआ था, जिसके बाद वह 23 दिसंबर को खुद को आग लगा ली थी। मंगलवार शाम अस्पताल में उसकी मौत हो गई। इसके बाद मृतका के परिजनों ने अस्पताल में इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए अधीक्षक के खिलाफ हत्या और एयरपोर्ट थाना प्रभारी के खिलाफ कार्य में लापरवाही का मुकदमा दर्ज कराया है।
Source- News in Hindi

BJP try to finally invite Yeddyurappa in party



Hindi Newsनई दिल्ली [जाब्यू]। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येद्दयुरप्पा की भाजपा में वापसी का आधार और तर्क पूरी तरह तैयार हो गया है। केंद्रीय नेतृत्व में भी सहमति बन गई है। जनवरी के पहले पखवाड़े में कभी भी इसकी घोषणा हो सकती है।
दिल्ली में 'आप' के उदय और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर छिड़ी बहस के बीच येद्दयुरप्पा के मुद्दे पर लगा ब्रेक अब खत्म हो गया है। यह जरूर है कि भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व इस फैसले में राज्य इकाई को ही आगे रखना चाहता है। लिहाजा इसकी पूरी संभावना है कि राजनीतिक रूप से पार्टी के लिए अहम इस मौके पर केंद्रीय नेतृत्व शायद वहां मौजूद न हो। हां, फैसले के बचाव का आधार तैयार है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के खिलाफ मोर्चा खोले बैठी भाजपा का तर्क है कि येद्दयुरप्पा किसी संवैधानिक पद तो दूर पार्टी में भी किसी अहम पद के दावेदार नहीं हैं। येद्दयुरप्पा सिर्फ पार्टी में शामिल हो रहे हैं। उनके खिलाफ जांच चल रही है। इतिहास का हवाला देते हुए यह भी याद दिलाने की कोशिश होगी कि भ्रष्टाचार का आरोप लगते ही पार्टी के नेता संवैधानिक पदों से इस्तीफा देते रहे हैं। खुद लालकृष्ण आडवाणी ने भी हवाला मामले में ऐसा ही किया था। वीरभद्र को भी मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग की जा रही है। वह कांग्रेस में रहे या न रहें, इसपर भाजपा ने कोई सवाल नहीं उठाया है।
लिहाजा येद्दयुरप्पा के मसले पर किसी को कुछ बोलने का नैतिक हक नहीं है। इसी तर्क पर लालकृष्ण आडवाणी को भी समझाने का प्रयास हुआ। ध्यान रहे कि आडवाणी के दबाव पर ही उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। बाद में येद्दयुरप्पा ने खुद ही पार्टी छोड़ दी थी। अब वह इसी शर्त पर वापसी कर रहे हैं कि उन्हें कोई पद नहीं मिलेगा। लिहाजा औपचारिक घोषणा का रास्ता साफ हो गया है।
Source- News in Hindi




Kangna Ranaut back to school

फिर शुरू हुई कंगना की पढ़ाई-लिखाई
Hindi Newsमुंबई। कंगना रनौत स्क्रिप्ट राइटिंग का कोर्स करने के लिए बुधवार रात न्यूयॉर्क रवाना हो गई। कंगना एक्टिंग में करियर बनाने के चलते कॉलेज नहीं जा पाई, लेकिन अब वह फिल्मों के लिए लेखन की बारीकियां सीखना चाहती हैं।
कंगना ने न्यूयॉर्क फिल्म स्कूल में एक महीने का कोर्स ज्वॉइन किया है। वे कहती हैं, 'मैं इसके लिए लंबे समय से योजना बना रही थी। मैं इस क्षेत्र में नए रास्ते खोजने को उत्सुक हूं, विशेष रूप से स्क्रिप्ट और डायलॉग राइटिंग में।'
दिलचस्प है कि कंगना ने अपनी आगामी फिल्म क्वीन में कुछ डायलॉग्स भी लिखे हैं। विकास बहल की इस फिल्म में वह एक छोटे शहर की लड़की की भूमिका कर रही हैं। इस किरदार से वह खुद को जोड़कर देखती है और उन्हें लगता है कि ये लाइनें स्वाभाविक रूप से लिख पाई हैं। उन्हें फिल्म में बतौर डायलॉग राइटर भी क्रेडिट दिया गया है।
फरवरी के अंत में फिल्म रिलीज होगी तब तक कंगना भी यूएस से लौट आएंगी। उसके बाद वे कुछ पटकथाएं लिखेंगी और अपने कॉन्सेप्ट के साथ प्रोडक्शन हाउसेस से संपर्क करेंगी।

Happy new year first poster out

रिलीज हो गया 'हैप्पी न्यू ईयर' का पहला पोस्टर


Hindi Newsमुंबई। नए साल की शुरुआत के साथ-साथ फिल्म 'हैप्पी न्यू ईयर' का पहला पोस्टर दर्शकों के बीच आज रिलीज हो गया। फराह खान निर्देशित रेड चिलीज एंटरटेनमेंट प्रा. लि. की अगली फिल्म हैप्पी न्यू ईयर के मुख्य कलाकार शाहरुख खान हैं।
हैप्पी न्यू ईयर के पोस्टर में फिल्म के सभी सितारे शाहरुख, अभिषेक बच्चन, दीपिका पादुकोण, बोमन ईरानी और सोनू सूद नजर आ रहे हैं। इस पोस्टर पर सभी सितारों के ऑटोग्राफ भी है।
पोस्टर पर टैगलाइन लिखी है-इस दिवाली..तोड़ेंगे ताले इंडिया वाले। फिल्म में शाहरुख का साथ दीपिका पादुकोण निभाएंगी। इसके अलावा बोमन ईरानी, अभिषेक बच्चन, सोनू सूद और विवान शाह भी फिल्म का हिस्सा होंगे।

Infosys ex-board member V Balakrishnan joins Arvind Kejriwal's AAP



Hindi Newsनई दिल्ली। देश की राजनीति और उद्योग जगत दोनों में तेजी से बदलाव आ रहा है। साल 2013 के अंत और 2014 की शुरुआत में भारतीय उद्योग जगत की जानी-मानी हस्तियां अब उभरती आप आदमी पार्टी का साथ देने के लिए तैयार हो गई हैं। कुछ साथ जुड़ गए हैं और कुछ संभावित हैं। देश में नई क्रांति की लहर दौड़ाने वाली आम आदमी पार्टी में अब देश की बड़ी आईटी कंपनी इंफोसिस के बोर्ड मेंबर रहे वी बालाकृष्णन भी शामिल हो गए हैं।
बालाकृष्णन ने इंफोसिस के साथ अपने 22 साल लंबे सफर को विराम दे दिया। बाला ने एक अंग्रेजी अखबार ने बातचीत के दौरान कहा कि मैंने मेंबर बनने के लिए 10 रुपये दिए। उन्होंने कहा कि 'आप' किसी भी आइआइटीयन की ओर से शुरू की गई सबसे सफल स्टार्ट-अप है। मैं देश में हो रही इस क्रांति का हिस्सा बनना चाहता हूं।
सिर्फ बाला ही अकेले नहीं हैं। कुछ दिन पहले ही भूतपूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री ने एप्पल में अपनी नौकरी छोड़कर आप की सदस्यता ली थी। 'आप' से एक के बाद एक प्रोफेशनल्स के जुड़ने के बारे में एचडीएफसी के चेयरमैन दीपक पारेख ने कहा कि यह भारतीय राजनीति में एक नए दौर की शुरुआत है। मैं बाला को जानता हूं। वह बेहद ईमानदार और सक्षम व्यक्ति हैं।
आखिर ऐसा क्या है कि इंडियन इंडस्ट्री 'आप' के आइडिया से इतनी प्रभावित है। बढ़े पैमाने पर लोगों का मानना है कि देश पारदर्शिता और साफ राजनीति से जूझ रहा है। इंफोसिस के चेयरमैन एन आर नारायणमूर्ति ने भी एक अंग्रेजी अखबार को कहा था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में 'आप' की शानदार सफलता ने साबित कर दिया है कि वोटर ऐसी पार्टी को गले लगाने को तैयार हैं, जो क्लीन गवर्नेस का वादा करे।
Source- News in Hindi
Enhanced by Zemanta

Kejriwal government will face vote of confidence in Delhi Assembly



Hindi Newsनई दिल्ली। दिल्ली में सरकार बनाकर नया इतिहास रचने वाली आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार को बृहस्पतिवार को दिल्ली विधानसभा में विश्वास मत हासिल करना है। कांग्रेस ने एक बार फिर दोहराया है कि वह 'आप' सरकार के समर्थन में वोट देगी। अब इसमें कोई संदेह नहीं रह गया है कि सरकार सदन में अपना बहुमत साबित कर देगी। इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता जगदीश मुखी ने स्पीकर पद के लिए नामांकन दाखिल किया है। भाजपा अपने सभी 31 विधायकों विश्वास मत के खिलाफ वोट करने के लिए व्हिप जारी किया है।
सूत्रों ने बताया कि 'आप' के विधायक मनीष सिसोदिया आज दोपहर दो बजे सदन में विश्वास प्रस्ताव रखेंगे और इस पर चर्चा के बाद वोटिंग कराई जाएगी। चर्चा में 'आप' के आठ विधायक भाग लेंगे।
उधर, केजरीवाल द्वारा यह कहे जाने पर कि उनके पास वक्त कम बचा है, के अलग सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। उन्हें कहीं न कहीं विधानसभा में सरकार की हार का खतरा भी महसूस हो रहा है। आखिर केजरीवाल को इस बात का डर क्यों है, आइए जानते हैं सदन के आंकड़ों के लिहाज से इसका जवाब :-
सदन के आंकड़े
अगर सदन के गणित की बात करें तो अकाली दल के साथ भाजपा के 32 विधायक हैं। इधर आप के 28 विधायक हैं और कांग्रेस के 8 विधायक सरकार को समर्थन कर रहे हैं। जनता दल यूनाइटेड के शोएब इकबाल ने भी आप को समर्थन दिया है। इस प्रकार सदन में सरकार के पक्ष में 37 विधायक हैं, जबकि बहुमत के लिए 36 विधायकों का समर्थन चाहिए।
कांग्रेस के एक विधायक मतीन अहमद को प्रोटेम स्पीकर बना दिया गया है। इसके बावजूद सरकार के पक्ष में 36 मत पड़ने चाहिए। यदि ऐसा ही होता है तो सरकार को कोई खतरा नहीं है। लेकिन कांग्रेस के जयकिशन और आप के दिनेश मोहनिया बुधवार को शपथ लेने सदन में नहीं पहुंचे। जाहिर तौर पर यदि वे बृहस्पतिवार को भी सदन में नहीं पहुंचे तो सत्ता पक्ष की संख्या घटकर 34 रह जाएगी। अगर, कांग्रेस के कुछ असंतुष्ट विधायक भी आप के खिलाफ चले जाते हैं तो सरकार को खतरा है, लेकिन देखने वाली बात यह है कि कांग्रेसी विधायक आलाकमान की ही बात मानेंगे।
उधर, यदि निर्दलीय विधायक रामवीर शौकीन भाजपा के पाले में वोट करते हैं तो विपक्ष के वोट 33 तक पहुंच जाएंगे। ऐसे में यदि सत्ता पक्ष के दो और विधायक सदन की बैठक से अनुपस्थित हो जाते हैं तो सरकार सदन में हार सकती है।
कांग्रेस के दिल्ली प्रभारी डॉ. शकील अहमद ने बुधवार को यह बयान दिया कि कांग्रेस तो आप की सरकार को समर्थन देने को तैयार है, लेकिन सत्ताधारी दल को अपने विधायकों की चिंता करनी चाहिए। वर्तमान सियासी माहौल में उनके इस बयान के गंभीर राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। दूसरी ओर मुख्यमंत्री द्वारा बार-बार कम वक्त होने की बात कहने से भी अनिश्चितता का माहौल बन रहा है।
Source- News in Hindi

Lpg gas price hike by 220 rupee



Hindi Newsनई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। अपने कोटे के एलपीजी सिलेंडर का सोच-समझ कर इस्तेमाल करें, क्योंकि तेल कंपनियों ने गैर-सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत एकमुश्त 220 रुपये बढ़ा दी है। रसोई गैस सिलेंडर की खुदरा कीमत में यह अभी तक की सबसे बड़ी वृद्धि है। साल में सब्सिडी वाले नौ सिलेंडर के बाद ग्राहकों को 10वें के लिए अब 1241 रुपये देना पड़ेगा।
तेल कंपनियों के इस फैसले से उन जिलों के एलपीजी ग्राहकों पर तत्काल असर पड़ेगा, जहां आधार नंबर से जुड़े बैंक खातों में सीधे गैस सब्सिडी देने की डीबीटी योजना अनिवार्य कर दी गई है। केंद्र सरकार ने डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर यानी डीबीटी स्कीम के पहले चरण में 20 जिलों में इसे अनिवार्य कर दिया है। इनमें पंजाब [नवांशहर], हिमाचल प्रदेश [बिलासपुर, हमीरपुर, मंडी व ऊना] सहित महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, गोवा, मध्य प्रदेश [खंडवा व हरदा] सहित कई अन्य जिले हैं। इन जिलों के जिन एलपीजी ग्राहकों ने अभी तक डीबीटी योजना के तहत बैंक खाते को नहीं जोड़ा है, उन्हें रसोई गैस सिलेंडर के लिए ज्यादा कीमत [1241 रुपये से अधिक] देनी होगी।
पेट्रोलियम मंत्रालय भी इस मूल्य वृद्धि से चिंतित है। बुधवार यानी एक जनवरी से डीबीटी योजना को 34 और जिलों में अनिवार्य बनाया जाना था। लेकिन जैसे ही गैर सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में इतनी बड़ी वृद्धि का पता चला मंत्रालय ने अनिवार्य बनाने की योजना को टाल दिया। मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक इन 34 जिलों में सिर्फ 50 फीसद ही एलपीजी ग्राहकों ने अभी तक आधार कार्ड बनवाया है। अगर यहां अनिवार्य बनाया गया तो आधे ग्राहकों को एलपीजी सिलेंडर के लिए 450 रुपये नहीं, बल्कि 1250 रुपये देने पड़ेंगे। इनमें पंजाब के पांच और हिमाचल प्रदेश के छह जिले शामिल हैं।
सरकार ने एक एलपीजी ग्राहक को साल में सब्सिडी वाले नौ सिलेंडर देने की नीति लागू की है। देश के 289 जिलों में ग्राहकों के बैंक खाते में एलपीजी सब्सिडी ट्रांसफर करने की नीति लागू हो चुकी है। हालांकि, सिर्फ 20 जिलों में ही इसे अनिवार्य बनाया गया है। डीबीटी स्कीम के तहत अभी तक 2,000 करोड़ रुपये की नकदी ग्राहकों के बैंक खाते में डाली जा चुकी है।
Source- News in Hindi

Lokpal Bill gets President's nod



Hindi Newsनई दिल्ली [जागरण ब्यूरो]। आगामी संसदीय चुनाव में जाने से पहले संप्रग सरकार भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने वाले लोकपाल कानून को मूर्तरूप देने में जुट गई है। संसद से पारित होने के बाद बहुप्रतीक्षित लोकपाल विधेयक पर राष्ट्रपति की अंतिम मुहर बुधवार को लग गई। भ्रष्टाचार निरोधक इस कानून के दायरे में प्रधानमंत्री तक को शामिल किया गया है।
लोकसभा सचिवालय ने मंगलवार को लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के हस्ताक्षर के साथ राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पास अंतिम मुहर के लिए भेजा था। उनके हस्ताक्षर के साथ ही विधेयक कानून बन गया है।पिछले संसद सत्र के दौरान 17 दिसंबर को राज्यसभा और अगले ही दिन लोकसभा से यह विधेयक पारित हो गया था।
संविधान के जानकार सुभाष कश्यप के अनुसार अब कानून को विधि मंत्रालय के पास भेजा जाएगा, जहां इसके लिए नियम बनाए जाएंगे। इन नियमों के साथ कानून आधिकारिक रूप से गजट में प्रकाशित करने के लिए भेजा जाएगा। प्रकाशित होने की तिथि से लोकपाल कानून लागू हो जाएगा। उसके एक साल के भीतर केंद्रीय स्तर पर लोकपाल और राज्य स्तर पर लोकायुक्त नामक संस्थान स्थापित किये जाएंगे। कानून तभी से मूर्त रूप से अमल में आ जाएगा।
इस कानून के तहत दस सदस्यों वाले लोकपाल का चयन जिस समिति के जरिए होगा, उसमें प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष, लोकसभा में विपक्ष के नेता, सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश और एक वरिष्ठ न्यायविद शामिल होंगे। इस कानून के लागू होने के बाद जांच एजेंसी सीबीआइ भी सीधे सरकार के निर्देश में काम करने की बजाय इसके तहत काम करेगी। लोकपाल के लिए आंदोलन करने वाले अन्ना हजारे ने भी इस कानून पर संतोष जताया है। हालांकि आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल ने इसे नाकाफी बताते हुए कहा था कि इससे चूहा भी जेल नहीं जाएगा।
Source- News in Hindi

Congress has no other way but to continue the support to Delhi government



Hindi News: नई दिल्ली। दिल्ली की सियासत का यह बेहद यादगार लम्हा है। बृहस्पतिवार का दिन सूबे में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी सरकार की किस्मत तय कर देगा। विपक्षी भाजपा चाहती है कि यह सरकार गिर जाए। खुद सत्ताधारी दल के हुक्मरानों को भी (आप के नेता बार-बार कांग्रेस पर आंखें तरेर रहे हैं) सरकार के गिर जाने की परवाह नहीं है। और कांग्रेस की बेबसी देखिए कि वह न चाहते हुए भी इस सरकार को एक प्रकार से अपने कंधों पर ढोने को विवश है। वह बिलकुल नहीं चाहती कि यह सरकार कम से कम इस वक्त गिरे। इस सरकार की जिंदगी वह अपने हिसाब से तय करना चाहती है।
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली वालों को रोजाना 666 लीटर मुफ्त पानी देने का फैसला कर दिया। उन्होंने बिजली की कीमत को आधा करने का वादा भी निभा दिया। निजी बिजली कंपनियों की नाक में नकेल डालने का काम करते हुए उन्होंने इनके खातों की कैग से जांच कराने का आदेश भी जारी कर दिया। राजनीतिक फायदे नुकसान की बात करें तो उन्होंने अपना काम पूरा कर लिया है। उनका यह अनुमान बिलकुल सही लगता है कि यदि अगले कुछ महीनों में दिल्ली विधानसभा के फिर से चुनाव हुए तो उनकी पार्टी को पूर्ण बहुमत प्राप्त हो जाएगा।
दूसरी ओर सत्ता से चार कदम पीछे रह गई भाजपा भी चुनाव चाहती है। यदि यह सरकार गिर जाती है तो सियासी दृष्टि से भाजपा के रणनीतिकारों का खुश होना लाजिमी है। पार्टी की सोच यह है कि यदि सरकार गिर गई और चुनाव की नौबत आई तो थोड़े दिनों के राष्ट्रपति शासन के बाद लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा के भी चुनाव होंगे और पार्टी अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता की लहर में दिल्ली का चुनाव भी जीत लेगी।
सियासी जानकारों की मानें तो एकमात्र कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जो कम से कम इस माहौल में चुनाव बिल्कुल नहीं चाहती। पार्टी के एक विधायक ने कहा कि इस वक्त हमने ऐसा क्या कर दिया है जिसे लेकर हम जनता के बीच जाएंगे। जाहिर है कि 15 साल की अपनी सत्ता गंवा चुकी पार्टी को फिलहाल चुनाव भारी घाटे का सौदा समझ में आ रहा है। शायद यही वजह है कि वह किसी भी कीमत पर अगले कुछ महीनों तक इस लंगड़ी सरकार की बैसाखी बने रहना चाहती है।
कांग्रेस के रणनीतिकारों का मानना है कि जून-जुलाई की गर्मियों में पानी-बिजली को लेकर मचने वाला हाहाकार केजरीवाल की लोकप्रियता की हवा निकाल देगा और तब हवा कांग्रेस के पक्ष में बहने लगेगी। उस समय न मोदी की लहर का खतरा होगा और न ही केजरीवाल का जादू काम करेगा। अब देखना यह है कि बृहस्पतिवार को सदन में किसकी किस्मत बुलंद होती है।
Source- News in Hindi

Vijendra Gupta gets threat calls from AAP supporters



Hindi Newsनई दिल्ली [जासं]। भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता को आइएसडी नंबरों से धमकी दी गई है। भाजपा नेता ने इस संबंध में तुगलक रोड थाने में शिकायत दी है। इसके बाद थाना पुलिस व स्पेशल ब्रांच आइएसडी नंबरों की जांच कर रही है।
नई दिल्ली जिले के डीसीपी एसबीएस त्यागी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि अभी तक इस संबंध में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है। शिकायत में विजेंद्र गुप्ता ने कहा है कि वह मंगलवार शाम को कुछ साथियों के साथ तीस जनवरी मार्ग पर खड़े थे तभी उनके पास आइएसडी नंबर से आए फोन पर किसी ने कहा कि वह आम आदमी पार्टी के नेताओं के खिलाफ क्यों बोलते हैं। वह तुरंत कोई भी विरोधाभासी बयान देना बंद कर दें अन्यथा वह उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर मारेंगे। फोन कटने पर इस व्यक्ति ने तीन मिनट के अंदर दूसरे नंबर से दोबारा फोन कर धमकी देना शुरू कर दिया। फोन करने वाले व्यक्ति ने कहा कि अगर वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आएंगे तो जनवरी में वह उनका हिसाब करेगा।
इसके बाद तीसरे नंबर से फोन आने पर उन्होंने फोन काट दिया। एक बार फिर किसी अन्य नंबर से फोन आने पर उन्होंने इसे रिसीव नहीं किया तब पांचवी बार इस व्यक्ति ने एसएमएस भेजकर कहा कि उन्होंने डर कर फोन क्यों बंद कर लिया। वे फोन क्यों नहीं उठा रहे हैं। इस पर उन्होंने वहीं से पीसीआर को इस संबंध में सूचित कर दिया था। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष नरेश सोलंकी वहां पहुंच गए। उन्होंने थाने जाकर पुलिस को पांचों आइएसडी नंबर व एसएमएस दिखाए। विजेंद्र गुप्ता के अनुसार, फोन करने वाला हिंदी में बोल रहा था।
Source- News in Hindi

Dhoom 3 has set a worldwide benchmark

इन फिल्मों को पीछे छोड़ धूम-3 ने बनाया व‌र्ल्ड रिकॉर्ड


Hindi Newsमुंबई। आमिर खान की फिल्म धूम थ्री ने पहले ही इंडियन बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे, लेकिन अब फिल्म ने दुनिया के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। जी हां पाकिस्तान में धूम मचाने के बाद फिल्म ने ओवरसीज में भी धमाका कर दिया है। इस फिल्म ने दुनिया भर में 450 करोड़ रुपये की कमाई करके एक नया बेंचमार्क सेट कर दिया है।
बॉक्स ऑफिस के आंकड़ों के मुताबिक फिल्म ने एक हफ्ते में घरेलू बाजार में 319 करोड़ की कमाई की है। फिल्म का ओवरसीज बिजनेस 2.1 करोड़ डॉलर रहा। इस फिल्म ने ओवरसीज में अब तक हिट रही कई फिल्मों को पीछे छोड़ दिया है। धूम थ्री ने विदेश में कुल 450 करोड़ रुपये कमाए हैं।
ओवरऑल सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्में
धूम थ्री : 450 करोड
चेन्नई एक्सप्रेस : 422 करोड़
थ्री इडियट्स : 395 करोड़
कृष थ्री : 374 करोड़
एक था टाइगर : 319 करोड़ रुपये

Places to Visit in Agra and Tourist Destinations



Hindi Newsनई दिल्ली। यमुना नदी के तट पर स्थित आगरा शहर को ताज नगरी भी कहा जाता है। दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल आगरा की पहचान है। आगरा उत्तर प्रदेश का तीसरा सबसे बड़ा शहर है। आगरा एक ऐतिहासिक नगर है। आगरा का इतिहास मुख्य रूप से मुगल काल से जाना जाता है। आगरा शहर को सिकंदर लोदी ने सन् 1506 ई. में बसाया था। आगरा मुगल साम्राजय की चहेती जगह थी। आगरा 1526 से 1658 तक मुगल साम्राज्य की राजधानी रहा। आज भी आगरा मुगलकालीन इमारतों जैसे ताज महल, लाल किला, फतेहपुर सीकरी आदि की वजह से एक प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है।
ताजमहल
ताजमहल शाहजहां की प्रिय बेगम मुमताज महल का मकबरा है। ताजमहल विश्व के सात अजूबे में से एक है। मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनवाया था। इस स्मारक को बनाने में पूरे बाइस साल (1630-1652) लगे। सफेद संगमरमर से बना यह मकबरा वर्गाकार नींव पर आधारित है। यह खूबसूरत महल प्यार का प्रतीक माना जाता है। हर शुक्रवार को ताजमहल बंद रहता है।
फतेहपुर सीकरी
ताजमहल से लगभग 36 कि.मी दूर स्थित है फतेहपुर सीकरी। मुगल सम्राट अकबर ने फतेहपुर सीकरी बसाई थी। फतेहपुर सीकरी में अकबर ने सबसे ऊंची इमारत बुलंद दरवाजा बनवाया था जिसकी ऊंचाई भूमि से 280 फुट है। 52 सीढि़यों पर चढ़ने के बाद दरवाजे के अंदर पहुंचा जा सकता है। यह लाल और बलुआ पत्थर से बना है। सूफी संत शेख सलीम चिश्ती की समाधि यहां है। यूनेस्को की विश्व विरासत स्थल में शामिल फतेहपुर सीकरी मुगल संस्कृति और सभ्यता के प्रतीक है।
आगरा किला
आगरा का एक अन्य विश्व धरोहर स्थल है आगरा का किला। आगरा का किला अकबर द्वारा 1565 में बनवाया गया था। बाद में उनके पौत्र शाहजहां ने इस किले का पुनरोद्धार लाल बलुआ पत्थर से करवाया। इस किले की मुख्य इमारतों में मोती मस्जिद, दीवान-ए-आम, दीवान-ए-खास, जहांगीर महल, खास महल, शीश महल एवं मुसम्मन बुर्ज आते हैं। जिसके प्राचीन वास्तुशिल्प को देखने हजारों पर्यटक देश-विदेश से आते हैं।
जामा मस्जिद
आगरा का जामा मस्जिद शाहजंहा की बेटी जहांआरा बेगम को समर्पित है। इस विशाल मस्जिद का निर्माण 1648 में हुआ था। लाल बलुआ पत्थर और छोटे सफेद संगमरमर से बना जामा मस्जिद बहुत सुंदर है। जामा मस्जिद से सूफी शेख सलीम चिश्ती की मजार पर नजर पड़ती है जो कलाकारी का अद्भुत नमूना है। जामा मस्जिद की नक्काशी बेहद खूबसूरत है। बुलंद दरवाजे से होते हुए जामा मस्जिद तक पहुंचा जा सकता है।

Gionee Elife E7 launched in India, price starts Rs. 26,999



Hindi Newsनई दिल्ली। चीनी हैंडसेट निर्माता कंपनी जियोनी ने 26,999 रुपये में इलाइफ ई 7 को भारतीय बाजार में उतारा। चीनी हैंडसेट निर्माता ने बताया कि 15 जनवरी तक यह स्मार्टफोन बाजार में आ जाएगा और दावा किया है कि यह सबसे अच्छा एंड्रायड कैमराफोन है।
जियोनी ईलाइफ ई 7 में 1920X1080 पिक्सल रिज्योलूशन वाला 5.5 इंच का फुल एचडी आईपीएस डिसप्ले है। इसका डिसप्ले जेडीआई (जापान डिस्प्ले इंक.) के वन ग्लास साल्यूशन और कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास 3 से बना है।
इसके 3जी वर्जन में 2.2 गीगाहर्ट्ज क्वाड-कोर स्नैपड्रैगन 800 प्रोसेसर है। यह एंड्रायड 4.2 जेलीबीन के साथ एमिगो 2.0 यूजर इंटरफेस पर चलता है। 3जी में दो ऑप्शन हैं, एक में 2 जीबी रैम और 16 जीबी इंटरनल मेमोरी है। दूसरे में 3 जीबी रैम और 32 जीबी इंटरनल मेमोरी है।
इस फोन के 3जी वर्जन में 2.2 गीगाह‌र्ट्ज क्वाडकोर स्नैपड्रैगन 800 प्रोसेसर लगाया गया है। गौरतलब है कि कंपनी ने ईलाइफ ई7एल नाम से 4जी एलटीई वर्जन भी उतारा है जिसमें 2.5 गीगाह‌र्ट्ज क्वाडकोर प्रोसेसर लगा है। यह एंड्रॉयड 4.2 जेलीबीन के साथ एमिगो 2.0 यूजर इंटरफेस पर चलता है।
इस हैंडसेट में सफायर लेंस के साथ 16 मेगापिक्सल का रियर कैमरा है। यह कैमरा 1080 पी फुल एचडी वीडियो रिकॉर्ड करने में सक्षम है। साथ ही इसमें आठ मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा भी है। लंबे टॉकटाइम के लिए इस फोन में 2500 एमएएच की बैटरी लगाई गई है।
2 जीबी रैम, 16 जीबी इंटरनल मेमोरी के साथ 3जी वाले जियोनी ईलाइफ ई7 की कीमत 26,999 रुपये है और 3 जीबी रैम, 32 जीबी इंटरनल मेमोरी के साथ 3जी वाले जियोनी ईलाइफ ई7 की कीमत 29,999 रुपये है।